Dear Jesal Ji,
I have met shri D s Thakur ji,
He have very good command over LK. I respect his knowledge.
I still remember his article on Rahu in 11H and short life of father.
He is doing very good work by bringing these articles.
Thankyou
Regards,
Vijay Goel
Jaipur.
--- In astrostudents@yahoogroups.com, JESAL SAGAR <jesalsagar@...> wrote:
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> Dear membersÂ
> lot of confusion is there abt shani dev in a kundali ..my mentor and a lalkitab expert Shri D.S.Thakurji gives its view and makes us understand abt shani in kundali .. and how shani gives results in kundali ..
> शनि दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ नही दोसà¥à¤¤ à¤à¥€à¤¶à¤¨à¤¿ का जà¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤° आते ही दिल में खौफ की लहर सी दौड़ जाती है। ज़िनà¥à¤¦à¤—ी के हर मंदे नतीजे को अकसर शनि गà¥à¤°à¤¹ से जोड़ दिया जाता है। पहले तो शनि की साà¥à¤¸à¤¤à¥€ की बात होती थी, अब शनि के काल सरà¥à¤ª योग का चरà¥à¤šà¤¾ à¤à¥€ आम है। à¤à¤¸à¤¾ लगता है कि जैसे सब बà¥à¤°à¥‡ कामों का ठेका शनि ने लिया हो । गोया सब परेशानियां, शनि की मिहरबानियां । तो कà¥à¤¯à¤¾ शनि हमारा दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ है ? इसका जवाब गौरो खोज से
> मिलेगा।Â
> जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· में शनि को सांप à¤à¥€ माना गया हैं । सांप का नाम आते ही दिल में डर सा पैदा होने लगता है। हालांकि हर सांप ज़हरीला नही होता। शनि का सांप खज़ाने का रखवाला à¤à¥€ होता है। चनà¥à¤¦à¥à¤° नगद रूपया तो शनि खजांची है। शनि के सांप के बिना गरीबी का कà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¾à¤¾ à¤à¥Œà¤‚कता होगा। अगर खाना नं0 3 में शनि कंगाल है तो खाना नं0 9 में मकान जायदाद का मालिक à¤à¥€ है। अगर खाना नं0 6 में शनि खतरनाक ज़हरीला सांप है तो खाना
> नं0 12 मे साया करने वाला शेषनाग à¤à¥€ है। दूसरे लफज़ों में, दोसà¥à¤¤à¥€ à¤"र दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥€ शनि के दोनों पहलू हैं। दरअसल शनि बद कम बदनाम जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है।Â
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> लाल किताब के फरमान नं0 15 के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤•:-
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> '' पाप नैया न हर दम चलती, न ही माला गà¥à¤°à¤¹ कà¥à¤² की,
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> शनि होता न मà¥à¤‚सिफ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾, बेड़ी गरà¥à¤• थी सब की'' ।
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> अगर शनि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का मà¥à¤‚सिफ न होता तो सब की बेड़ी गरà¥à¤• हो जाती। मतलब यह कि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤µà¥€ काम काज़ चलाने के लिये शनि की ज़रूरत है। सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ या मकान-जायदाद, चालाकी से धन दौलत कमाने का ज़माना, 36 साला उमà¥à¤°, शनि की पहचान है।Â
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> तमाम मकानों, इनà¥à¤¸à¤¾à¤¨ की बिनाई à¤"र हरेक की नेकी à¤"र बदी का हिसाब किताब लिखने वाले à¤à¤œà¥‡à¤¨à¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ का मालिक, हाकिम शनि देवता ज़ाहिरा पीर है। इसी लिये कई मनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¥‹à¤‚ में शनि की पूजा होती है। नेक हालत में जब अपने जाती सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ के असूल के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• नेक असर का हो तो बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ के घरों (खाना नं0 2,5,9,12) में कà¤à¥€ बà¥à¤°à¤¾ असर नही देता। शनि का à¤à¤œà¤£à¥à¤Ÿ केतà¥, उमà¥à¤° की किशà¥à¤¤à¥€ का मलà¥à¤²à¤¾à¤¹ है। बà¥à¤§ के दायरे मे राहॠकेतॠकी
> तरफ से जिस कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ की लिखत लिखाई हो, शनि उस पर धरà¥à¤® से फैसला करता है। नेक असर के वकà¥à¤¤ शनि इनà¥à¤¸à¤¾à¤¨à¥€ उमà¥à¤° के 10,19, 37 साल में उतà¥à¤¤à¤¾à¤® फल देता है। अगर कà¥à¤‚डली में à¤à¤• दो तीन की तरकीब à¤"र दृषà¥à¤Ÿà¤¿ के असूल पर पहले घरों में केतॠहो à¤"र शनि के बाद में तो शनि à¤à¤• इचà¥à¤›à¤¾à¤§à¤¾à¤°à¥€ तारने वाला सांप होगा। शनि को अगर सांप माना जाये तो उसकी दà¥à¤® केतॠबैठा होने वाले घर में होगी à¤"र सर उसका राहॠबैठा होने वाले घर
> में गिना जायेगा। बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ कायम हो तो शनि à¤à¤• ठंडा सर सबà¥à¤œ पहाड़ होगा, खासकर जब चनà¥à¤¦à¥à¤° à¤à¥€ दà¥à¤°à¥‚सà¥à¤¤ हो। बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ के घराें में शनि का असर वैद धनà¥à¤µà¤¤à¤°à¤¿ की हैसियत का उमà¥à¤¦à¤¾ होगा। हामला à¤"रत, इकलौते या खानदान में अकेले लड़के के सामने शनि का सांप खà¥à¤¦ अनà¥à¤§à¤¾ होगा à¤"र डंक न मारेगा।
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> मंदी हालत के वकà¥à¤¤ मौत का फनà¥à¤¦à¤¾ फैलाये दिन दिहाड़े सब के सामने सरे बाज़ार कतà¥à¤² करने की तरह मंदा ज़माना खड़ा कर देगा। फकीर को खैरात देने की बजाये उलà¥à¤Ÿ उसकी à¤à¥‹à¤²à¥€ में माल निकाल लेगा। सब से धन की चोरी करता कराता फिर à¤à¥€ निरà¥à¤§à¤¨ ही होगा। हरेक के आगे सवाली फिर उसी पर चोट मार देना इसका काम होगा। मंदी हालत में शनि का à¤à¤œà¥‡à¤‚ट राहॠहोगा जो ज़हर का à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ है।Â
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> दो या दो से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦ नर गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ (बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿,सूरज, मंगल) के साथ शनि काबू में हो जाता है à¤"र ज़हर नही उगल सकता। जिस कदर मà¥à¤•ाबले पर दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ (सूरज, चनà¥à¤¦à¥à¤°, मंगल) का साथ बà¥à¤¤à¤¾ जाये शनि à¤"र à¤à¥€ मनà¥à¤¦à¤¾ हो जाता है। मंदी हालत में शनि की चीज़ों का दान मददगार होगा।
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> बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ के घराें में शनि बà¥à¤°à¤¾ फल नही देता मगर बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ खà¥à¤¦ शनि के घर खाना नं.0 10 में नीच हो जाता है। मंगल अकेला शनि के घर खाना नं0 10 में राजा है मगर मंगल के घर खाना नं0 3 में शनि नगद माया से दूर कंगाल हो जाता है। सूरज के घर खाना नं0 5 में शनि बचà¥à¤šà¥‡ खाने वाला सांप है मगर शनि के घर खाना नं0 11 में सूरज उतà¥à¤¤à¤¾à¤®, धरà¥à¤®à¥€ हो जाता है। चनà¥à¤¦à¥à¤° के घर खाना नं0 4 में शनि पानी में डूबा हà¥à¤† सांप जो अधरंग
> से मरे हà¥à¤¯à¥‡ को शफ़ा (सेहत) दे मगर शनि के हैडकà¥à¤µà¤¾à¤Ÿà¤° खाना नं0 8 में, जो मंगल की मौतों का घर है, चनà¥à¤¦à¥à¤° नीच हो जाता है। शà¥à¤•à¥à¤° ने शनि से आंख उधार ली है इसलिये शà¥à¤•à¥à¤° घर खाना नं0 7 में शनि उचà¥à¤š है। राहॠबदी का à¤à¤œà¥‡à¤£à¥à¤Ÿ है मगर राहॠके घर खाना नं0 12 में शनि हरेक का à¤à¤²à¤¾ ही करता है। केतॠनेकी का फरिशता है मगर केतॠके घर खाना नं0 6 में शनि मनà¥à¤¦à¥‡ लड़के à¤"र खोटे पैसे की तरह कà¤à¥€ न कà¤à¥€ काम काम आ ही जाने वाला
> मगर मनà¥à¤¦à¤¾ ज़हरीला सांप होता है। इस तरह कà¥à¤£à¥à¤¡à¤²à¥€ के जà¥à¤¦à¤¾ जà¥à¤¦à¤¾ खानों मे शनि का जà¥à¤¦à¤¾ जà¥à¤¦à¤¾ अचà¥à¤›à¤¾ या बà¥à¤°à¤¾ फल होता है।
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> शनि की अदालत
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> लाल किताब के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• राहॠअगर मà¥à¤²à¥à¥›à¤¿à¤® का चालान पेश करने का शहादती हो तो केतॠउसके बचाने के लिये मददगार वकील होगा। दोनों के दरमियान बात का धरà¥à¤®à¥€ फैसला करने के लिये शनि हाकिम, वकà¥à¤¤ की कचहरी का सब से बड़ा जज होगा। पापी गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ (राहà¥, केतà¥, शनि ) ने दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤µà¥€ पापियों गà¥à¤¨à¤¾à¤¹à¤—ारों को सीधे रासà¥à¤¤à¥‡ पर लाने à¤"र गृहसà¥à¤¥à¥€ निज़ाम को कायम रखने के लिये अपनी ही पंचायत बना रखी है। इस बात के मदà¥à¤¦à¥‡
> नज़र रखते हà¥à¤¯à¥‡ ज़माने के गà¥à¤°à¥‚ à¤"र तमाम गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ को पेशवा बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ ने शनि के घर खाना नं0 11 में अपनी धरà¥à¤® अदालत मà¥à¤•रà¥à¤°à¤° की है। जहां शनि अपनी माता के दूध को याद करके, बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ का हलà¥à¤« उठाने के बाद राहॠà¤"र केतॠकी की शहादत के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• फैसला करता है।Â
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> शनि खà¥à¤¦ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ नही करता बलà¥à¤•ि उसके à¤à¤œà¥‡à¤£à¥à¤Ÿ राहॠकेतॠबà¥à¤°à¤¾à¤ˆ वाले काम उसके पास फैसले के लिये लाते हैं। लिहाज़ा बà¥à¤°à¥‹ कामों के (बà¥à¤°à¥‡) फैंसले करते करते शनि खà¥à¤¦ बदनाम हो गया। लोग बदनाम को ही बà¥à¤°à¤¾ कहते हैं । अगर दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में पाप न हो तो राहॠकोई चालान पेश न करेगा। कर à¤à¥€ दे तो केतॠकी मदद से शनि का फैसला हक में होगा। फिर शनि को कोई बà¥à¤°à¤¾ à¤à¥€ न कहेगा।
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> आखिर नतीजा यही निकलता है कि शनि दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ नही दोसà¥à¤¤ à¤à¥€ है।
> everything written by SHRI D.S.THAKURJI ....
> Regards
> JESAL SAGAR.
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Saturday, February 05, 2011
[astrostudents] Re: SHANI
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MARKETPLACE
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